नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। नान कालेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड (Non Collegiate Women’s Education) Board) के प्रति छात्राओं का रुझान बढ़ा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, NCWEB के तहत तकरीबन 9000 छात्राओं ने पीडीपी कार्यक्रम के लिए पंजीकरण कराया है। इसकी कक्षाएं आनलाइन मोड के तहत आयोजित की जाएंगी। 

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने गैर-कालेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड की छात्राओं के लिए क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के दौरान कहा कि महिलाएं देश की लगभग आधी आबादी हैं। ऐसे में उनका शिक्षा के जरिये सशक्तीकरण देश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए बहुत जरूरी है।

रेखा शर्मा ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग का ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों को समर्थन देने का मकसद छात्राओं को एक मंच प्रदान करना भी है। इस मंच के जरिये छात्राएं बोलने के साथ कार्य करने का कौशल और डिजिटल उपकरण भी सीख सकती हैं।

उधर, स्थायी समिति के अध्यक्ष, एनसीडब्ल्यूईबी और दिल्ली विश्वविद्यालय के कालेजों के डीन प्रो. बलराम पाणि ने कहा कि इस तरह के व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम विशेष रूप से एनसीडब्ल्यूईबी की छात्रओं के लिए नियमित अंतराल पर आयोजित किए जाने चाहिए।

डीयू में पढ़ रही एनसीडब्ल्यूईबी से जुड़ी 30,000 से अधिक छात्राएं

वहीं, एनसीडब्ल्यूईबी की निदेशक प्रो. गीता भट्ट ने कहा कि बड़ी संख्या में एनसीडब्ल्यूईबी की छात्राएं पिछड़े सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमि से आती हैं। ऐसे में इस तरह के व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम उनके लिए बहुत फायदेमंद साबित होते हैं। गीता भट्ट के मुताबिक, फिलहाल 31,000 से अधिक छात्राएं एनसीडब्ल्यूईबी के जरिये दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ रही हैं।

पेशेवर करियर कौशल को शामिल करने पर जोर

आनलाइन कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि एनसीडब्ल्यूईबी व्यक्तिगत क्षमता निर्माण के साथ पेशेवर करियर कौशल को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसके तहत विशेष रोजगार के लिए अपना बायो डेटा तैयार करने के अलावा, समूह चर्चा में भाग लेना भी शामिल होगा।

उन्होंने बताया कि कार्यशाला में डिजिटल साक्षरता के साथ-साथ इंटरनेट मीडिया के प्रभावी इस्तेमाल पर भी एक सत्र भी शामिल है। इस दौरान इसमें शामिल छात्राओं को विभिन्न भुगतान गेटवे के बारे में भी सिखाया जाएगा।

कार्यक्रम में एनसीडब्ल्यूईबी के केंद्र प्रभारी और अतिथि अध्यापक भी उपस्थित थे, जबकि कार्यक्रम का संचालन डा. उमाशंकर (उप- निदेशक, एनसीडब्ल्यूईबी) ने किया। वहीं, कार्यक्रम के अंत में डा. सुनील कुमार (केंद्र प्रभारी, दीन दयाल उपाध्याय) ने इस आयोजन में  शामिल होने के लिए सबका धन्यवाद दिया।